DSC के प्रकार (Types of DSC)
Class 1
- सिर्फ ईमेल ID और नाम की वैधता के लिए
- अब यह आमतौर पर उपयोग नहीं होता
Class 2 (अब हटाया गया है)
- पहले इस्तेमाल होता था कंपनी फाइलिंग आदि के लिए
- अब इसे Class 3 में मर्ज कर दिया गया है
Class 3
- सबसे सुरक्षित
- ई-टेंडरिंग, ई-गवर्नेंस, MCA (Ministry of Corporate Affairs) फाइलिंग, GST, EPFO, इनकम टैक्स आदि में जरूरी
DSC के उपयोग (Uses of DSC)
- कंपनी रजिस्ट्रेशन
- इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना
- GST रजिस्ट्रेशन व रिटर्न
- ई-टेंडरिंग
- EPFO फाइलिंग
- DGFT (इम्पोर्ट/एक्सपोर्ट लाइसेंस)
DSC के लिए आवश्यक दस्तावेज़ व्यक्तिगत उपयोग के लिए:
- आधार कार्ड / पैन कार्ड की कॉपी
- पासपोर्ट साइज फोटो
- ईमेल ID और मोबाइल नंबर
- एड्रेस प्रूफ (बिजली बिल, बैंक स्टेटमेंट आदि)
- कंपनी/फर्म के लिए:
- कंपनी का पैन कार्ड
- ऑथराइजेशन लेटर
- डायरेक्टर/पार्टनर की ID प्रूफ
- कंपनी का एड्रेस प्रूफ
- DSC बनाने की प्रक्रिया (DSC Apply Process)
ऑनलाइन आवेदन:
- फॉर्म भरें – नाम, ईमेल, मोबाइल, पता आदि
- डॉक्युमेंट्स अपलोड करें – पहचान पत्र, पते का प्रमाण
- वीडियो वेरिफिकेशन करें (कई एजेंसियाँ यह अनिवार्य करती हैं)
- भुगतान करें (DSC का शुल्क ₹500 से ₹2000 तक हो सकता है, वैधता और प्रकार पर निर्भर करता है)
- DSC सॉफ्ट टोकन या हार्ड टोकन (USB) में आपको मिलेगा
- DSC की कीमत (Price)
- Class 3 Individual/Organization DSC: ₹1300 से ₹2500 तक
- वैधता: 1 वर्ष, 2 वर्ष या 3 वर्ष तक
USB टोकन क्या है?
USB टोकन एक विशेष प्रकार का पेनड्राइव जैसा डिवाइस होता है जिसमें आपका डिजिटल सिग्नेचर सुरक्षित रूप से स्टोर होता है। यह DSC का उपयोग करते समय अनिवार्य होता है।
प्रमुख प्रमाणीकृत एजेंसियां (CA – Certifying Authorities):
- eMudhra
- Capricorn
- VSign
- Sify
- NSDL
- PantaSign